हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है इसका मुख्य कारण यहाँ पर असंख्य मंदिरों का होना है।
प्रतिवर्ष इन मंदिरों में दर्शनों के लिए हजारों श्रद्धालु आते हैं। आइये कुछ प्रसिद्ध मंदिरों और उनके इतिहास के बारे में जानते हैं
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Toggleहिमाचल प्रदेश के जिला काँगड़ा के प्रसिद्ध मंदिर
1 . ज्वालामुखी मंदिर
ज्वालामुखी मंदिर कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी में स्थित है। अकबर ज्वालामुखी मंदिर की सच्चाई जानने के लिए यहाँ पर आया था।
मान्यताओं के अनुसार ज्वालामुखी में सती की जीभ गिरी थी। 1813 ई. में महाराजा रणजीत सिंह ने यहाँ पर स्वर्ण जल का गुम्बद बनवाया था।
2. ब्रजेश्वरी देवी मंदिर
यह मंदिर कांगड़ा में स्थित है। मान्यताओं के अनुसार यहाँ पर सती के वक्ष गिरे थे। ब्रजेश्वरी देवी मंदिर को महमूद गजनवी ने तोड़ा था, जिसे बाद में पुनः बनवा लिया गया था।
3 मसरूर रॉक कट मंदिर
यह मंदिर कांगड़ा जिले में गग्गल-नगरोटा सूरियाँ मार्ग पर स्थित है। इस मंदिर को कश्मीर के राजा ललित्यादित्य ने बनवाया था।
यह मंदिर मुख्यतः शिव को समर्पित था। ठाकुरद्वार यहाँ का मुख्य धार्मिक स्थल है, जिसमें राम, लक्ष्मण और सीता की पत्थर की मूर्तियाँ हैं।
मसरूर रॉक कट मंदिर को ‘हिमाचल प्रदेश का एलोरा’ कहा जाता है।
4. बैजनाथ मंदिर
बैजनाथ मंदिर कांगड़ा जिले के बैजनाथ में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
शिखर शैली से निर्मित इस मंदिर का निर्माण मयूक और आहुक नामक व्यापारियों ने करवाया था।
राजा संसारचंद ने अपने शासनकाल में इसका जीर्णोद्धार करवाया था।
हिमाचल प्रदेश के चम्बा के प्रसिद्ध मंदिर
5 . शक्ति देवी मंदिर
शक्ति देवी मंदिर चम्बा जिले के छतराड़ी में स्थित है। यह मंदिर मेरूवर्मन के समय गुग्गा शिल्पी द्वारा बनाया गया।
6 लक्षणा देवी मंदिर
लक्षणा देवी मंदिर चम्बा जिले के भरमौर में स्थित है। यह मंदिर महिषासुर मर्दिनी दुर्गा को समर्पित है।
यह मंदिर मेरूवर्मन के समय में गुग्गा शिल्पी द्वारा बनाया गया। इस मंदिर की प्रतिमा अष्टधातु से बनी है।
7 मणिमहेश मंदिर
मणिमहेश मंदिर चम्बा में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर भी मेरू वर्मन के समय में बनाया गया था।
8 गणेश मंदिर
गणेश मंदिर चम्बा जिले के भरमौर में स्थित है। यह मंदिर भी मेरू वर्मन के समय में बनाया गया था।
9 नरसिंह मंदिर
यह मंदिर चम्बा जिले के भरमौर में स्थित है। इस मंदिर में नरसिंह भगवान जो विष्णु के अवतार थे, की मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर का निर्माण ‘त्रिभुवन रेखा देवी’ ने करवाया था।
10 हरिराय मंदिर
यह मंदिर चम्बा में स्थित है। मंदिर में विष्णु की चतुर्मुखी प्रतिमा है। यह मंदिर 11वीं सदी में लक्ष्मण वर्मन द्वारा बनवाया गया। 7 मई, 1971 को यहाँ मूर्ति चोरी हो गई थी जो 8 जुलाई, 1971 को बम्बई से पुनः प्राप्त हो गई।
11 लक्ष्मी नारायण मंदिर
यह मंदिर चम्बा में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण साहिल वर्मन ने करवाया था। यह मंदिर 6 मंदिरों का समूह है।
12. चौरासी मंदिर
भरमौर (चम्बा) में 84 मंदिरों का समूह है।
हिमाचल प्रदेश के जिला मण्डी के प्रसिद्ध मंदिर
13. भूतनाथ मंदिर
भूतनाथ मंदिर मण्डी में स्थित है। यह मंदिर राजा अजबर सेन ने 1527 ई. में बनवाया था। यह मंदिर भगवान अर्धनारिश्वर को समर्पित है।
14. श्यामाकाली मंदिर
यह मंदिर मण्डी में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण राजा श्याम सेन ने करवाया था।
15. पराशर मंदिर
यह मंदिर मण्डी में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 1346 ई. में राजा बाणसेन ने करवाया था। 15. मगरू महादेव मंदिर यह मंदिर मण्डी में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के प्रसिद्ध मंदिर
16. बिजली महादेव मंदिर
यह मंदिर कुल्लू से 14 किलोमीटर दूर ब्यास नदी के किनारे स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
17. हिडिम्बा देवी मंदिर
यह मंदिर मनाली से 3 किलोमीटर दूर ढुंगरी के जंगल में स्थित है। यह मंदिर भीम की पत्नी हिडिम्बा देवी को समर्पित है।
इस मंदिर का निर्माण 1553 ई. में राजा बहादुर सिंह ने करवाया था। प्रतिवर्ष मई के महीने में यहाँ ढुंगरी मेला लगता है।
18. बजौरा मंदिर
यह मंदिर कुल्लू के बजौरा में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
19. जामलू मंदिर
यह मंदिर कुल्लू जिले के मलाणा गांव में स्थित है। यह मंदिर जमदिग्न ऋषि को समर्पित है, जिन्हें जामलू देवता के नाम से जाना जाता है।
20. मनु मंदिर
यह मंदिर शांसर कुल्लू में स्थित है, जो मनाली के पास स्थित है। यह मंदिर मनु को समर्पित है।
21. रघुनाथ मंदिर
रघुनाथ मंदिर कुल्लू में स्थित है, जिसे राजा जगत सिंह ने बनवाया था।
22. कार्तिकेय (मूर्ति) कनखल
कनखल मंदिर में शिव के पुत्र कार्तिकेय की मूर्ति है। यह मंदिर कुल्लू मण्डी के बीच कनखल में स्थित है।
हिमाचल प्रदेश के शिमला के प्रसिद्ध मंदिर
23. तारा देवी मंदिर
यह मंदिर शिमला से 5 किलोमीटर दूर तारा देवी में स्थित है। यह अष्टधातु की 18 भुजाओं वाली प्रतिमा है। यह मंदिर मां तारा देवी को समर्पित है।
24.भीमाकाली मंदिर
भीमाकाली मंदिर शिमला जिले के सराहन में स्थित है। सराहन को प्राचीन समय में शोणितपुर के नाम से जाना जाता था।
25. हाटकोटी मंदिर
यह मंदिर शिमला के रोहडू तहसील के हाटकोटी में स्थित है। यह मंदिर हाटकोटी माता को समर्पित है। यहाँ महिषासुर मर्दिनी की अष्टधातु की अष्टभुजा वाली विशाल प्रतिमा स्थापित है।
26. जाखू मंदिर
यह मंदिर शिमला के जाखू में स्थित है। यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है।
27. कामना देवी मंदिर
कामना देवी मंदिर शिमला में प्रोस्पेक्ट हिल में स्थित है।
28. कालीबाड़ी मंदिर
यह मंदिर शिमला में स्थित है। यह मंदिर काली माता (श्यामला देवी) को समर्पित है।
29. सूर्य मंदिर
यह मंदिर शिमला के ‘नीरथ’ में स्थित है। यह मंदिर सूर्यदेव को समर्पित है। इसे ‘हिमाचल प्रदेश का सूर्य मंदिर’ भी कहा जाता है।
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के प्रसिद्ध मंदिर
30. गायत्री मंदिर
यह मंदिर रेणुका में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण महात्मा पराया नंद ब्रह्मचारी ने करवाया था। गायत्री माता को वेदों की माता भी कहा जाता है।
31. जगन्नाथ मंदिर
यह मंदिर सिरमौर जिले में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 1681 ई. में राजा बुद्ध प्रकाश ने करवाया था।
32. त्रिलोकपुर मंदिर
यह मंदिर सिरमौर जिले में त्रिलोकपुर स्थान पर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 1573 ई. में दीप प्रकाश ने करवाया था। यह मंदिर माता बाला सुंदरी को समर्पित है, जिसे 84 घंटियों वाली देवी भी कहा जाता है।
33. शिर्गुल मंदिर
यह मंदिर चूड़धार पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिर्गुल को समर्पित है।
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर के प्रसिद्ध मंदिर
34. गौरीशंकर मंदिर
यह मंदिर सुजानपुर टिहरा में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण संसार चंद ने करवाया था।
35. मुरली मनोहर मंदिर
यह मंदिर सुजानपुर टिहरा में स्थित है और इसका निर्माण राजा संसारचंद ने करवाया था।
36. गसोता मंदिर
यह मंदिर हमीरपुर में स्थित है।
37. नर्बदेश्वर मंदिर
यह मंदिर सुजानपुर टिहरा में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण राजा संसारचंद ने करवाया था। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
38.बाबा बालक नाथ मंदिर
बाबा बालकनाथ का यह मंदिर दियोटसिद्ध हमीरपुर में स्थित है।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के प्रसिद्ध मंदिर
39. नैना देवी मंदिर
नैना देवी मंदिर बिलासपुर में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण वीरचंद ने करवाया था। मान्यताओं के अनुसार यहाँ पर सती के नयन गिरे थे।
हिमाचल प्रदेश के ऊना के प्रसिद्ध मंदिर
40. चिंतपूर्णी मंदिर
यह मंदिर ऊना में स्थित है। मान्यताओं के अनुसार यहाँ पर सती के चरण गिरे थे।
41. जोगी पंगा
डेरा बाबा जोगी पंगा ऊना के बौल गांव में स्थित है।
42. बाबा बड़भाग सिंह
बाबा बड़भाग सिंह का डेरा जिला ऊना के अम्ब से 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित (मैडी) में है।
43. बाबा नांगा
ऊना जिले में संतोषगढ़ में बाबा नांगा की समाधि है।
हिमाचल प्रदेश के सोलन के प्रसिद्ध मंदिर
44. शूलिनी मंदिर
शूलिनी माता का मंदिर सोलन में स्थित है। शूलिनी माता के नाम पर ही सोलन शहर का नामकरण हुआ है।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति के प्रसिद्ध मंदिर
45. त्रिलोकीनाथ मंदिर
यह मंदिर लाहौल-स्पीति के उदयपुर में स्थित है। यहाँ पर अविलोक्तेश्वर की मूर्ति है। यह मंदिर हिन्दुओं और बौद्ध दोनों सम्प्रदायों के लिए पूजनीय है।
46. मृकुला देवी मंदिर
यह मंदिर लाहौल-स्पीति के उदयपुर में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण अजय वर्मन ने करवाया था।
47. ताबो-मठ
यह मठ विश्व का सबसे पुराना मठ है, जिसका निर्माण 996 ई. में किया गया था। इसे ‘हिमाचल प्रदेश का अजंता’ भी कहा जाता है।
हिमाचल प्रदेश की रियासतें महाभारत काल से लेकर ब्रिटिश काल तक
हिमाचल प्रदेश का बैदिक काल, महाभारत काल और रामायण काल से सम्बन्ध
हिमाचल प्रदेश का धर्म, लोकगीत, लोकनृत्य, लोकनाट्य
जब फारस का इस्लामीकरण करके बनाया गया ईरान। फ़ारसी बने भारत के शरणार्थी।
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