वेस्टइंडीज ने दुनिया की क्रिकेट पर राज किया है यहाँ तक कि एकदिवसीय क्रिकेट के शुरूआती दोनों विश्व कप वेस्ट इंडीज की टीम ने ही जीते हैं। पहला विश्व कप 1975 में वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर जीता था। वहीँ दूसरा विश्व कप 1979 में वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को हराकर जीता था।

लेकिन दुनिया में वेस्टइंडीज नाम का तो कोई देश नहीं है फिर इस नाम की क्रिकेट टीम कैसे बनी। ये सब जानने से पहले वेस्टइंडीज के नाम की कहानी जान लेते हैं।

वेस्टइंडीज नाम कहाँ से आया।

बात 1492 की है। उस समय यूरोप और एशिया के बीच व्यापार सिल्क रुट से होता था। एशिया के जिन देशों से यूरोप में व्यापार होता था उनमे भारत और चीन प्रमुख थे। भारत इसी रास्ते से यूरोप में मसाले, दवाइयाँ, कीमती पत्थर और सूती वस्त्र आदि का व्यापार करता था।

सिल्क रुट या कहें रेशमी मार्ग पर उस समय तुर्की साम्राज्य का नियंत्रण था जो 14वी से 20वीं शताब्दी के शुरुआत का सबसे बड़ा साम्राज्य था जिसे ओटोमन साम्राज्य के नाम से जाना जाता था। सिल्क रुट पर उस समय तुर्की साम्राज्य का नियंत्रण था और ये यूरोपीय व्यापारियों से भारी मात्रा में शुल्क बसूलते थे।

जिसके कारण ये रास्ता काफी महंगा पड़ता था इसके अलावा ये रास्ता काफी लम्बा और खतरनाक भी था। इसी वजह से दक्षिण यूरोप के एक देश इटली के जेनोआ शहर का एक व्यक्ति जिसका नाम क्रिस्टोफर कोलंबस था वो व्यापार के लिए एक नया मार्ग ढूंढने के उदेश्य से अपनी यात्रा शुरू करता है।

कोलंबस का मानना था कि अगर वो पश्चिम की ओर यात्रा करेगा, तो अटलांटिक महासागर को पार करके सीधे भारत पहुँच जायेगा। उसका लक्ष्य एक नया समुद्री मार्ग खोजकर व्यापार को आसान बनाना और तुर्की साम्राज्य से बचकर सीधे भारत के मसालों और रेशम तक पहुँचना था।

अपनी इसी यात्रा के दौरान कोलम्बस गलती से उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका के बीच, अटलांटिक महासागर में स्थित द्वीपों पर पहुँच गया। उस समय भारत को यूरोप में द इंडीज या ईस्ट इंडीज के नाम से पुकारा जाता था और चूँकि कोलम्बस ने दक्षिण की ओर अपनी यात्रा की थी इसलिए उसने दोनों जगहों पर अंतर रखने के लिए उसे भारत का दक्षिणी हिस्सा मानकर वेस्ट इंडीज नाम दे दिया। अमेरिका के लोगो को उसने रेड इंडियन कह के पुकारा। इस प्रकार वेस्टइंडीज का नामकरण एक ऐतिहासिक गलती थी।

भारत को द इंडीज या ईस्ट इंडीज के नाम से क्यों पुकारा जाता था।

भारत उस समय द इंडीज या ईस्ट इंडीज के नाम से जाना जाता था इसका मुख्य कारण सिंधु नदी थी जिसे संस्कृत में सिंधु तथा प्राचीन यूनानी (ग्रीक) भाषा में इंडोस (Indos) के नाम से जाना जाता था।

यूनान का यही इंडोस , रोमन की लैटिन भाषा में पहुंचकर इंडिया (India) बन गया। मध्ययुगीन यूरोप में, भारत और उसके आसपास के क्षेत्रों को अक्सर बहुवचन रूप में इंडिज (Indies) या इंडी (Indy/Ynde) कहा जाता था।

जब क्रिस्टोफर कोलंबस 1492 में पश्चिम की ओर यात्रा करते हुए कैरेबियाई द्वीपों पर पहुँचे, तो उन्हें लगा कि वह एशिया के उसी “इंडिज” क्षेत्र में आ गए हैं। इस भ्रम को दूर करने के लिए, असली एशियाई इंडिज को ईस्ट इंडीज (East Indies) और कोलंबस द्वारा खोजे गए नए द्वीपों को वेस्ट इंडीज (West Indies) कहा जाने लगा।

वेस्टइंडीज़ नामक जगह वास्तव में है क्या

वेस्ट इंडीज “जिसे कैरेबियन के नाम से भी जाना जाता है” नाम का कोई एक देश नहीं है, बल्कि कैरिबियाई सागर में स्थित छोटे बड़े कुल मिलाकर लगभग 7000 द्वीपों के समूह का नाम है।

नोट :- कैरेबियन सेंट्रल अमेरिका जिसे मैक्सिको भी कहा जाता है के बगल में स्थित है। अमेरिका महाद्वीप को 3 भागों में बाँटा जाता है उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका और सेंट्रल अमेरिका।

carabian-dweep
carabian-dweep

कैरेबियन में बहुत सारे देश हैं जो पूरी तरह से स्वतंत्र हैं और कुछ देश अन्य देशों के अधीन भी हैं। इन देशो की मुद्रा और इन देशो की परिस्थतियाँ भी एक दूसरे से अलग हैं। कुछ देश अमीर हैं तो कुछ बहुत गरीब। इन सब द्वीप देशों की राजधानियाँ भी अलग अलग हैं।

वेस्टइंडीज के 13 स्वतंत्र देश हैं

क्रमांकदेश का नामराजधानी
1क्यूबाक्यूबा
2हैतीपोर्ट-ओ-प्रिंस
3जमैकाकिंग्स्टन
4डोमिनिकन गणराज्यडोमिनिकन गणराज्य
5त्रिनिदाद और टोबैगोपोर्ट ऑफ स्पेन
6पोर्ट ऑफ स्पेनब्रिजटाउन
7बहामासनासाऊ
8सेंट लूसियाकैस्टरीज़
9ग्रेनेडासेंट जॉर्ज
10सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंसकिंग्सटाउन
11एंटीगुआ और बारबुडासेंट जॉन्स
12डोमिनिकारोसेउ
13सेंट किट्स और नेविसबासेटेरे

इसके अलावा, यहाँ पर लगभग 18 से 20 ऐसे क्षेत्र भी हैं जो फ्रांस, यूके (UK), नीदरलैंड या यूएसए (USA) के अधीन हैं।

वेस्ट इंडीज = 13 स्वतंत्र देश + लगभग 18-20 अधीन क्षेत्र।

नोट :- वेस्टइंडीज की अधिकतर आबादी अफ्रीका से सम्बन्ध रखती है क्यूंकि अफ्रीका से बहुत सारे लोगो को अंग्रेजी उपनिवेशवाद के समय यहाँ गुलाम बनाकर लाया जाता था जो बाद में यहीं बस गए।

वेस्टइंडीज कोई देश नहीं है फिर इस नाम की क्रिकेट टीम कैसे है।

वेस्ट इंडीज के अलग-अलग देश मिलकर एक ही क्रिकेट टीम इसलिए बनाते हैं क्यूंकि वेस्ट इंडीज के अधिकतर द्वीप पहले ब्रिटिश उपनिवेश थे। क्रिकेट इस क्षेत्र में अंग्रेजों द्वारा लाया गया था।

जब इन द्वीपों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरू किया (1928 में टेस्ट स्टेटस मिला), तब वे अलग-अलग स्वतंत्र देश नहीं थे। उस समय, ब्रिटिश उपनिवेशों के रूप में, उन्होंने इंग्लैंड जैसी मजबूत टीमों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए पूरे क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को मिलाकर एक संयुक्त टीम बनाना सबसे अच्छा समझा।

1958 से 1962 तक इन द्वीपों ने वेस्टइंडीज फेडरेशन नामक एक राजनीतिक संघ बनाने की कोशिश की थी। हालाँकि यह संघ टूट गया, लेकिन क्रिकेट टीम ने एकता के इस विचार को जीवित रखा।

इसके अलावा वेस्ट इंडीज क्षेत्र के अधिकांश देश जनसंख्या और आकार में बहुत छोटे हैं। अगर हर द्वीप अपनी-अपनी टीम बनाता, तो शायद उनके पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए पर्याप्त मजबूत खिलाड़ी पूल और वित्तीय संसाधन नहीं होते।

1 कोरिया से दक्षिण कोरिया और उत्तरी कोरिया का जन्म कैसे हुआ पढ़ने के लिए क्लिक करें